इलेक्ट्रॉन या आवेश के प्रवाह होने की दर विद्युत धारा कहलाती हैं।
विद्युत धारा कितने प्रकार के होते है ( Types Of Electric Current)
विद्युत धारा दो प्रकार की होती है :-
- प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current)
- दृष्ट धारा (Direct Current)
- प्रत्यावर्ती धारा किसे कहते है। (Alternating Current) :- wah विद्युत धारा जिसका मान और दिशा समय के साथ बदलते रहता है oh प्रत्यावर्ती धारा कहलाता हैं।
- दृष्ट धारा किसे कहते हैं (Direct Current) :- जिस विद्युत धारा का मान और दिशा समय के साथ बदलती रहती है उसे दृष्ट धारा कहते हैं।
विद्युत धारा के प्रभाव (Effects of Electric Current) :- किसी चालक में प्रवाहित विद्युत धारा प्रवाह द्वारा ही ज्ञात की जा सकती है, क्योंकि विद्युत धारा को देखा नहीं जा सकता तथा इसे टच भी नहीं किया जा सकता हैं।
विद्युत धारा निम्न प्रकार के होता है –
- उष्मीय प्रभाव (Heating Effect) :- चालक में होने वाले विद्युत धारा प्रवाह का कम या अधिक विरोध करता हैं, जिससे वह गर्म हो जाता है। यह विद्युत धारा का उपयोग इलेक्ट्रिक आयरन , हीटर , बल्ब इलेक्ट्रिक प्रेस आदी में किया जाता हैं।
- चुम्बकीय प्रभाव (Magnetic Effect) :- विद्युत धारावाही चालक के चारो ओर चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न हो जाता हैं यह विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रवाह कहलाता हैं। इस प्रवाह का उपगोय विद्युत घंटी, मोटर,पंखा आदि में किया जाता हैं।
- रासायनिक प्रभाव (Chemical Effect) :- अम्लीय बिलियनो में से विद्युत धारा प्रवाहित करने पर बिलियन में घुले पदार्थ अपने में विभाजित हो जाते हैं।यह विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहलाता है।
विधुतिक पदार्थ के प्रकार (Types of Electric Materials) :- विधुतिक पदार्थ के तीन भागों में बाटा गया हैं।
- चालक ( Conductor)
- अचालक (Insulators)
- अर्धचालक (Semiconductor)
चालक किसे कहते है :-
जिस पदार्थ में से विद्युत आवेश का प्रवाह हो सके उसे चालक कहते हैं ।
चालक पदार्थ (Conducting Materials) :-