वायरिंग कितने प्रकार का होता हैं।

विद्युतिक वायरिंग दो प्रकार का होता है :-

  1. अस्थायी वायरिंग (Temporary Wiring)
  2. स्थाय वायरिंग (Permanent Wiring)

अस्थायी वायरिंग (Temporary Wiring) :- जो वायरिंग कुछ समय के लिए लगाया जाता हैं। उसे अस्थायी वायरिंग कहते हैं। जैसे :- मेला, उत्सब आदि में लाइट और पंखा के लिए वायरिंग की जाती वह अस्थायी वायरिंग कहलाती हैं। यह निम्न दो प्रकार की होती हैं।

  1. फ्लेक्सिबल केबल (Flexible cable)
  2. क्लीट वायरिंग (Clear Wiring)

फ्लेक्सिबल केबल (Flexible Cable) :- इस वायरिंग में PVC तथा सी टी एस का केबल का प्रयोग किया जाता हैं। मेन स्विच तथा फ्यूज को दीवारों आदि पर ठोके गए हुक की सहयता से यह वायरिंग किय जाति हैं। ओर प्रत्येक जॉइंट पर टैप लपेट दिया जाता हैं इस वायरिंग को कम से कम करना चाहिए

क्लीट वायरिंग (Clear Wiring) :- यह वायरिंग PVC VIR अथवा CTS केबल द्वारा चीनी मिटी की सहयता से दीवारों पर लगाया जाता हैं। इसमें तारो को खुली रखा जाता हैं।

अस्थायी वायरिंग करने के किया फायदा होता हैं :- इस वायरिंग पूरी तरह खुली होती है इसलिए उत्पन हुवे दोषों को आसानी से खोजा जा सकता हैं।

अस्थायी वायरिंग के नुकसान किया होता हैं :- वायरिंग खुली रहने के कारण केबल पर धूल एम गंदगी के कारण तार भदा दिखाई देने लगता हैं।

इस वायरिंग में तार को पानी हवा धूप गैस आदि से सुरझा के लिए कोई व्यवस्था नहीं होती हैं।

स्थायी वायरिंग (Permanent Wiring) :- घरों स्कूलों कार्यालय आदि में लंबे समय तक चलने वाला वायरिंग किया जाता हैं। उसे स्थायी वायरिंग कहते हैं। यह वायरिंग निम्न प्रकार की होती हैं :-

  1. केशिंग कैपिंग वायरिंग
  2. बैठन वायरिंग या सी. टी. एस. वायरिंग
  3. कैंड्यूट वायरिंग
  4. कैनशिल्ड वायरिंग

केसिंग कैपिंग वायरिंग दो प्रकार की होती हैं :-

  1. लकड़ी की केसिंग कैपिंग वायरिंग
  2. पी. वी. सी. कैपिंग वायरिंग

लकड़ी की केसिंग के कैपिंग वायरिंग (Wooden Casing Caping Wiring) :- यह वायरिंग लकड़ी की होती हैं। जो पहले के जमाने में ज्यादा उपयोग करते थे लकड़ी सागोन की पेड़ का होता था।

लकड़ी के केसिंग कैपिंग के लिए किया आवश्यकता पड़ता था :-

  1. लकड़ी की बनी बिट
  2. केसिंग कैपिंग 20*35MM या 20*50MM सागोन लकड़ी
  3. पी. वी. सी. तार या वी. आई. आर.
  4. BIS के आधार पर स्विच, होल्डर, सोकेट सिनिग रोज
  5. 100*150MM या 150*200MM एवं 100*250MM की लकड़ी के बोर्ड
  6. अर्थ तार 20 SWG तांबे का नंगा तार

लकड़ी की केसिंग कैपिंग के वायरिंग के किया फायदा होता हैं :-

  1. इस वायरिंग में केबल को चोट या धुप,पानी से सुरक्षित रहते हैं।
  2. फेज तथा न्यूट्रल तार को स्पार्किंग और शॉर्ट सर्किट से आग की सम्भावना कम बनी होती हैं।

P V C कैशिंग कैपिंग वायरिंग :- P V C से बनी कैशिंग कैपिंग प्रयोग किए जाति है इसकी चौड़ाई इसमें अस्तापित किए जाने वाले P V C केबल की संख्या पर निर्भर करती हैं। केशिंग को दीवार पर प्लग लगाकर स्टील नट भोल्ट के द्वारा केसिंग के ऊपर कैपिंग को फशा दिया जाता हैं।

P V C वायरिंग करने के लिए किया किया समान की जरूरत पड़ती हैं।

  1. P V C कैशिंग कैपिंग 20*35MM या 20*50MM
  2. P V C T जोड एंगल जोड कॉर्नर जोड साइज के अनुसार
  3. बोर्ड को कसने हेतु 12*50MM 25*75MM एम 25MM ki राउंड बल्क
  4. पेंच कैशिंग 20MM , 25MM 35MM
  5. 18 SWG का अर्थिंग तार

P V C केसिंग कैपिंग करने के किया फायदा होता हैं :-

  1. Yeah वायरिंग देखने में बहुत सुंदर होती हैं।
  2. यह दीवार पर बहुत कम स्थान घेरता हैं।
  3. इसमें किलिप आदि की आवश्यकता नही होती हैं।

P V C केशिंग कैपिंग के नुकसान :-

  1. यह स्पार्किंग के कारण लगने वाली आग से सुरक्षित नही होती हैं।
  2. P V C वायरिंग जायदा दिन तक नही टिकती हैं।

जंक्शन बॉक्स क्यों लगाया जाता हैं :- जंक्शन बॉक्स जहां पर तारो का जोड़ अधिक लगाने की आवश्यकता हो, उस पर इनका प्रयोग किया जाता हैं। ये 12MM 19MM 25MM इत्यादि के प्रॉयोग किया जाता हैं ।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *