झारखंड में जल संसाधन मुख्य रूप से नदियों जलस्यो झरनों और तालाबों पर आधारित हैं।
झारखंड के प्रमुख जल संसाधन नदियां :-
दामोदर नदी :- यह झारखंड की सबसे महत्पूर्ण नदी है, जो राज्य के पश्चिमी भाग से बहती हैं। ओर बंगला देश में जाकर सम्पत होती है। यह नदी जल आपूर्ति सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
स्वर्ण रेखा नदी :- यह नदी झारखंड और ओडिशा से बहती है। ओर यहां के कोई जिलों में पानी दिया जाता है।
खारकाई नदी :- ये भी नदिया बहुत महत्पूर्ण नदिया हैं जो राज्य के विभिन्न हिस्सों में जल आपूर्ति और सिंचाई का काम करती हैं।
झरने :-
झारखंड में बहुत से प्रसिद्ध झरने हैं। जो जल संसाधन के रूप में क्रय करते हैं।
- हंडू जलप्रपात। ( रांची )
- दसम जलप्रपात ( ईस्ट सिंहभूम )
- जोन्हा जलप्रपात ( रांची ) :- ये झरने न केवल घूमने के लिए भी बहुत सुंदर जगह है।
जलाश्य ओर बांध :- झारखंड में कोई बड़े जलाशय और बांध हैं, जो जल संग्रहण और सिंचाई के लिए महत्पूर्ण हैं।
- तिलैया जलाश्य ( कोडरमा )
- कोचाग डैम ( वेस्ट सिंहभूम )
- रुकमिनी बांध (जमशेदपुर के पास )
ये जलाश्य जल की आपूर्ति सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन के लिए काम करते हैं।
तालाब और झील :-
झारखंड में कोई प्राकृति और कृत्रिम तलाब है, जो जल संचयन के लिए उपयोगी होते है इनमे से कुछ बड़े तलाब कृषि और पानी की आपूर्ति के लिए महत्पूर्ण हैं।
जल संरक्षण की पहल :-
झारखंड में जल संसाधन के उचित प्रबंधन और संरक्षण के लिए विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी प्रयास किए जा रहे हैं।
समस्या और चुनौतियां :-
झारखंड में कुछ झेत्रो में पानी की किल्लत और जलवायु परिवर्तन के कारण सुखा और पानी की कमी की समस्या बढ़ रही हैं। इसलिए झारखंड में जल संसाधनों के संरक्षण और सतत विकास की दिशा में और अधिक प्रयास की आवश्यकता हैं।