एसी मोटर का कार्य सिद्धांत भी वही हैं, जो डीसी मोटर का हैं। अर्थात चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया विद्युत धारावाही चालक, एक टॉर्क का अनुभव करता हैं, परन्तु फिर…
विद्युतिक वायरिंग दो प्रकार का होता है :- अस्थायी वायरिंग (Temporary Wiring) स्थाय वायरिंग (Permanent Wiring) अस्थायी वायरिंग (Temporary Wiring) :- जो वायरिंग कुछ समय के लिए लगाया जाता हैं।…
मोटर किसे कहते है :- वैधुतिक ऊर्जा को यांत्रिक उर्जा में परिवर्तित करने वाली मोटर कहलाती हैं। डी. सी. मोटर का सिद्धांत (Principle of DC Motor) :- डी. सी. जेनरेटर…
जेनरेटर यांत्रिक उर्जा से विद्युत उर्जा में बदलने का काम करती हैं। योक (Yoke) :- याेक बॉडी को कहते हैं, यह कास्ट आयरन अथवा कास्ट स्टील के बने होते हैं।…
ट्रांसफार्मर कैसे काम करता हैं। ट्रांसफार्मर एक Mutual inductance के सिद्धांत पर कार्य करता हैं। केवल AC परिपथ में होता हैं। ट्रांसफार्मर केवल Ac सप्लाई पर कार्य करता हैं। ट्रांसफार्मर…
अर्थिंग मनुष्यो एवं जानवरो से विद्युत झटका से बचाने तथा लीकेज करेंट प्रतिरोध को ग्राउंडिंग करता हैं। अर्थिंग की विभिन्न विधियां(Different Methods Of Earthing) :- अर्थिंग चार प्रकार का होता…
सर्किट ब्रेकर शॉर्ट सर्किट ओर ओवरलोड पर काम करता है। सर्किट ब्रेकर उनकी आवश्यकता के अनुसार निम्न प्रकार का होता हैं - मिनिएचर सर्किट ब्रेकर (Miniature Circuit Breaker) MCB अर्थ…
फ्यूज किसे कहते है :- जो किसी विद्युतिक परिपथ की शॉर्ट-सर्किट अथवा ओवरलोड से सुरझा करती हैं उसे फ्यूज कहलाती हैं। फ्यूज निम्न प्रकार के होते हैं ? किट कैट…